जबलपुर। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने महाकौशल को हजारों करोड़ रुपए का सौगात दिया है। उन्होंने 5,315 करोड़ की लागत से बनने वाली 543 किलोमीटर की सड़कों का शिलान्यास और लोकार्पण किया और महाकौशल के विकास की नई नींव रखी। अच्छी सड़के किसी भी देश के चहुंमुखी विकास के लिए सबसे अहम होती हैं। इसी कड़ी में मंडला में 1261 करोड़ रुपए की लागत से 329 किमी लंबे 5 राष्ट्रीय राजमार्ग का उन्होंने शिलान्यास किया। जबकि जबलपुर में 4054 करोड़ रुपए की लागत से 214 किमी लंबे 8 राष्ट्रीय राजमार्ग का शिलान्यास किया। गडकरी ने अपने भाषण में कहा कि विकास के लिए रोड अच्छे होने चाहिए। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। वनवासियों के लिए जो सामाजिक-आर्थिक-शैक्षणिक तौर पर पिछड़े हैं, उनका विकास करना राज्य एवं केंद्र सरकारों की प्राथमिकता है। इसके लिए रोड अच्छे बनने चाहिए। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे उन्होंने कहा कि गडकरी जी से मैंने कान्हा नेशनल पार्क को सीधे रोड से जोड़ने और नेशनल हाईवे बनाने का आग्रह किया था, ताकि हमारे यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आएं और हमारे लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सके।
एसी इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का रास्ता बताऊंगा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंडला में कहा, मध्य प्रदेश की सब बसों को इलेक्ट्रिक कर दीजिए। मैं आपको एसी इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का रास्ता बताऊंगा। किराए में 25 प्रतिशत की कमी भी कर दीजिए। फूड ग्रेन से एथेनाल बनाया जा रहा है। इससे वाहन चलाने से पिछले साल 40 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, एक जमाना था जब पता नहीं चलता था कि सड़क पर गड्ढे हैं या फिर गड्ढों में सड़क भाजपा सरकार आने के बाद न केवल सड़कें चकाचक हुई है, बल्कि पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछ गया है।
जबलपुर में 8 राष्ट्रीय राजमार्गों की शुरुआत
जबलपुर में 8 राष्ट्रीय राजमार्गों की शुरुआत हो रही है। इनमें 3,332 करोड़ की लागत से बनने वाली 7 सड़कों की आधारशिला रखी गई। एक सड़क का लोकार्पण हो रहा है। ये एनएचएआई द्वारा नरसिंहपुर जिले में हिरण नदी से सिंधु नदी तक की फोरलेन सड़क है। इसकी लंबाई 53 किलोमीटर है। यह सड़क 722 करोड़ रुपए से बनेगी।
इसके अलावा, जबलपुर से कुंडम, बरेला से मानेगांव, मानेगांव से राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग से कुश्नेर, कुश्नेर से अमझर और कुंडम से निवास सड़क समेत जबलपुर एलिवेटेड कॉरिडोर एक्सटेंशन का लोकार्पण किया जाएगा। सड़क सुधार से यात्रा सुगम व सुरक्षित होने के साथ यात्रा करने के समय में कमी आएगी। पर्यटन एवं धार्मिक स्थल, भेड़ाघाट, अमरकंटक, कान्हा नेशनल पार्क जाने में सुविधा होगी। परियोजना से छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश तक चावल एवं स्टील ट्रकों का आवागमन सुगम, यात्रा समय में कमी से ईंधन की बचत होगी।
औद्योगिक विकास, कृषि एवं पर्यटन और रोजगार अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, लोक निर्माण राज्यमंत्री सुरेश धाकड़, सांसद राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, विवेक तन्खा, सुमित्रा वाल्मीकि, महापौर जगत बहादुर अन्नू समत कई नेता शामिल हुए। कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री गड़करी ने अपने जबलपुर प्रवास के दौरान एनएचएआई के तहत आने वाली 4054 करोड़ से 213 किमी की परियोजना एवं प्रस्तावित परियोजना का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इन सौगातों के तहत 722 करोड़ की लागत से हिरण नदी सें सिंदूर नदी के बीच 53 किलोमीटर की सड़क बरेला से मानेगांव फोरलेन 16 किलोमीटर की सड़क 652 करोड़ की लागत से बनेगी। मानेगांव से नेशनल हाइवे का फोरलेन सड़क निर्माण होगा। 20 किलोमीटर की सड़क 917 करोड़ रुपए से बनेगी।
नेशल हाइवे 45 से कुश्नेर तक फोरलेन का चौड़ीकरण, 36 किलोमीटर की सड़क 911 करोड़ से बनेगी। कुश्नेर से अमझर की फोरलेन सड़क चौड़ीकरण, जिसकी लंबाई 23 किलोमीटर है, उसे 613 करोड़ रुपए से बनाया जाएगा। जबलपुर से कुंडम तक की टू लेन सड़क 42 किलोमीटर की होगी। इसकी लागत 126 करोड़ होगी। सीआरआईएफ के तहत कुंडम- निवास 23 किलोमीटर की सड़क का निर्माण 35 करोड़ से किया जाएगा। इसका शिलान्यास किया जाएगा। दमोह नाका-रानीताल- मदन महल फ्लाईओवर में दमोह नाका रैम्प का विस्तार किया जाएगा। इसकी लंबाई 1 किलोमीटर होगी, उसे 78 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। जबलपुर के सभी दिशाओं में 6 राष्ट्रीय राजमार्ग मिलते हैं। प्रस्तावित 112 किलोमीटर की बाहरी रिंग रोड सभी राष्ट्रीय राजमार्ग को कनेक्ट करती है। जब यह सड़क बन जाएगी, तो शहर के आंतरिक दबाव को कम करेगी।