दिल्ली के उत्तम नगर में 34 साल की एक महिला और उसके दो मासूम बच्चों के कत्ल की वारदात पहले ही दिन से सबको उलझा रही थी वजह थी कि कस्टम इंस्पेक्टर अमित कुमार के पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने के बाद कातिल ने उन्हीं के घर का ताला दरवाजे पर लगा दिया था कातिल की इस हरकत से पुलिस को एक सुराग तो दे ही दिया था कि कातिल कोई पहचान वाला ही है पुलिस परिवार के करीबी लोगों से पूछताछ कर रही थी 2 दिन के बाद ही दिल्ली के सहारनपुर में अमित की पत्नी दीपमाला और दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था सभी वहां मौजूद थे गम और गुस्से की घड़ी में परिवार का हर शख्स वहां मौजूद था बस नहीं था तो दीपमाला की छोटी बहन का पति दीपक जो जूतों का कारोबार करता था और महज 26 साल का था, यह कोई बड़ी बात नहीं थी लेकिन पुलिस हर शख्स को शक की नजर से देख रही थी उसके लिए यह बड़ी खबर थी सवाल यह था कि दीपक क्यों नहीं पहुंचा जबकि वह सहारनपुर में ही रहता था जब पता लगाया गया तो दीपक की रहस्यमय अनुपस्थिति के बारे में किसी को कुछ नहीं पता था 16 घंटे बाद पुलिस को हैरान करने वाली एक खबर मिलती है कि दीपक की मौत हो चुकी है उसकी लाश सहारनपुर अंबाला रेलवे लाइन पर पड़ी हुई थी मामला खुदकुशी का लग रहा था बताया जाता है कि मृतक दीपमाला अपनी बहन के पति को आए दिन ताना मारती रहती थी। अब पुलिस के साथ-साथ परिवार को भी विश्वास हो गया कि हो ना हो दीपक ही कातिल था पुलिस को इस उलझी गुत्थी को सुलझाने में पहली बार शक तब हुआ जब दीपक दीपमाला के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचा पुलिस को जब पूरी तरह से यकीन हो गया कि दीपक इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड है तब मामले में एक नया मोड़ आया इसी बीच पुलिस को एक अहम सुराग हाथ लगा जिस पर सबसे ज्यादा शक था उसकी मौत हो चुकी थी पुलिस ने दीपक की कॉल डिटेल निकलवाई तो पता चला दो नंबर पर सबसे ज्यादा बात हुई है अंतिम संस्कार वाले दिन भी बात की थी इन नंबरों के आधार पर 2 लोगों को गिरफ्तार करती है और कड़ी पूछताछ करती है लेकिन पुलिस की माने तो दीपक ही हत्यारा था यह दोनों तो सिर्फ सारी सच्चाई जानते थे दीपक के किसी लड़की से नाजायज संबंध थे दीपमाला उसे सुधार जाने और पुलिस में शिकायत की धमकी देती थी जिसके चलते दीपक ने अकेले ही इस घटना को अंजाम दे दिया घटना के दिन दीपक ,दीपमाला के घर गया दीपमाला चाय बनाने किचन में गई तभी दीपक ने उसका गला रेत दिया अपने मौसा को ही अपनी मां की हत्या करते देख दोनों बच्चे डर गए तो दीपक ने बारी-बारी से दोनों को बाथरूम में ले जाकर उनका भी कत्ल कर दिया और दरवाजे पर उन्हीं का ताला लगाकर फरार हो गया और इसी ताले से पुलिस ने कातिल को खोज निकला