संस्कार कांवड़ यात्रा 25 जुलाई को सुबह ग्वारीघाट से प्रारंभ हुई। यात्रा के दौरान हजारों कांवड़िए शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कैलाशधाम मटामर पहुंचेंगे। यहां शिवलिंग पर नर्मदा जल से अभिषेक किया जाएगा। यात्रा मार्ग पर करीब 200 स्वागत मंच बनाए गए हैं,कांवड़िए कांवड़ के एक पात्र में नर्मदा जल तथा दूसरे पात्र में पौधा लेकर चलेंगे। धार्मिक आयोजन में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा,यात्रा में कावड़िये कांवड़ में एक तरफ माँ नर्मदा जल एवं कांवड़ के दूसरी तरफ शिव स्वरूप देव वृक्ष को रखकर माँ नर्मदा का एवं महादेव के सगुण स्वरुप देव वृक्ष का पूजन अर्चन कर ग्वारीघाट से 35 किलो मीटर पैदल चलकर कैलशधाम मंदिर में स्थित महादेव का माँ नर्मदा के जल से अभिषेक करेंगे।
इस वर्ष भी संस्कार कांवड़ यात्रा समर्थ सदगुरु भैया जी सरकार, रामू दादा संत आचार्यों के सानिध्य में एवं धार्मिक, सामाजिक राजनीतिक समस्त भक्त प्रेमियों की उपस्थिति में सोमवार 25 जुलाई को प्रातः 7 बजे ग्वारीघाट से माँ नर्मदा का पूजन कर प्रारंभ होगी। कांवड़ियों का सेंकड़ों मंचो के द्वारा स्वागत किया जाएगा। उनकी व्यवस्था हेतु 25 सौ वोलेंटियर रहेंगे।
आपको बता दे ये यात्रा ग्वारीघाट, अवधपुरी मोड़, रामपुर चौक, छोटी लाइन फाटक, ब्लूम चौक, तीन पत्ती चौक, मालवीय चौक, सुपर मार्केट, बड़ा फुहारा, कमानिया गेट, सराफा चौक, खटीक मोहल्ला, फूटाताल, बेलबाग चौराहा, घमापुर चौक, शीतलामाई मंदिर, सतपुला क्रासिंग, वीएफजे मोड़, सीओडी मोड़, मस्ताना चौक, वेस्टलैंड, मटामर मंदिर खमरिया पहुंचेगी