लालू के बेटे तेजस्वी क्यों अटके भाषण देने में ये सवाल राजनैतिक गलियारों में अब ज़ोरों से उठ रहा है, बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार की शाम उस वक्त अजब स्थिति देखने को मिली, आपको बता दें इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों तक भी पहुंचा।जब नेता विपक्ष और आरजेडी के संस्थापक लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष के समापन कार्यक्रम में भाषण देने खड़े हुए। मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार भी बैठे थे। तेजस्वी ने माइक संभाला और भाषण की शुरुआत की। पूरा भाषण हिंदी में था। तेजस्वी उसे देखकर पढ़ रहे थे, लेकिन वो कई बार अटकने लगे। शब्दों को पूरा पढ़ भी नहीं पा रहे थे। इससे वो काफी नर्वस होते दिखाई दिए। मीडिया में तेजस्वी का रुक-रुककर भाषण पढ़ना वायरल हो गया। आपको बता दें की तेजस्वी के भाषण को 4 मिनट में खत्म होना था, लेकिन अटकने की वजह से वक्त लंबा खिंच गया। इस पर जेडीयू और बीजेपी ने उनपर तंज कसा है। बिहार जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि साबित हो गया कि उनकी (तेजस्वी की) राजनीति अनुकंपा के आधार पर चल रही है। उनकी यही खूबी है कि वो लालू यादव के बेटे हैं। उनकी विरासत को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। अनुकंपा के आधार पर सियासत कर रहे हैं, इसी वजह से आत्मविश्वास की कमी है। भाषण पढ़ते वक्त अटकना दिखाता है कि उनके भीतर आत्मबल कम है। परिवारवाद, वंशवाद वाली पार्टियों में यही देखने को मिलता है।
वहीं, बिहार बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने इस बारे में कहा कि तेजस्वी यादव लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ सके। बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने ऐतिहासिक अवसर पर नेता विपक्ष लिखा हुआ नहीं पढ़ सके। इससे साफ दिख रहा है कि वो अशिक्षित हैं। अरविंद ने आगे नसीहत दी कि तेजस्वी यादव को पढ़ाई करने की जरूरत है। जेडीयू और बीजेपी की तरफ से तेजस्वी पर कसे गए इस तंज का आरजेडी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया था। लिखे भाषण में इतना अटकना फ़िलहाल चारो तरफ चर्चाओं में बना है।