महाराष्ट्र के अमरावती में एक दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई. आरोप है कि विशेष समुदाय के लोगों ने धारदार हथियार से बेरहमी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. थानेदार नीलिमा आरज ने बताया’ कि उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. इस वजह से हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या के पीछे का सही कारण पता चल सकेगा.
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के अमरावती में घंटाघर के पीछे 21 जून को अमित मेडिकल शॉप के संचालक उमेश कोल्हे अपने बेटे और बहू के साथ दुकान बंद कर घर लौट रहे थे. उसी समय तीन बाइक सवारों ने उन्हें रोका और छुरी से गर्दन पर हमला कर दिया. हमले में उमेश गाड़ी से नीचे गिर गए. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए. घटना के बाद उमेश का बेटा और बहू उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
वारदात के बाद पुलिस ने तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया. पुलिस ने तीन आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया. तीनों से पूछताछ के बाद दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन हत्या के पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं है. हत्या के समय उमेश के पास 35 हजार का कैश भी था. चौंकाने वाली बात है कि बदमाशों ने उनसे यह रकम नहीं लूटी. कहा जा रहा है की हत्या ….नुपुर शर्मा द्वारा दिए गए बयान का उमेश कोल्हे द्वारा समर्थन करने पर की गई।
इस वारदात से लोग कितने खौफजदा हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वारदात का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर कई लोगों को धमकियां मिलने लगी हैं। इधर अमरावती के डॉक्टर गोपाल राठी ने कहा कि ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि दवा व्यापारी ने नूपुर शर्मा को सपोर्ट किया. वह पोस्ट उन्होंने अपने स्टेट्स पर रखी, जिसके बाद उनके कई डॉक्टर दोस्त और दवा व्यापारियों ने भी उसे लाइक किया. कुछ डॉक्टरों को नूपुर शर्मा को सपोर्ट करने पर माफी मांगने तक की नौबत आई है. डॉ. राठी ने भी पोस्ट को सपोर्ट किया था. अब उनका कहना है कि अगर इस बात से किसी समाज का दिल दुखा है तो वह माफी मांगते हैं. इस घटना पर अमरावती के भाजपा पार्टी के नेता तुषार ने कहा कि दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की मौत हादसा नहीं है, बल्कि नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरने के बाद उनकी गला काटकर हत्या की गई है. इस मामले में जो आरोपी पकड़े गए, उनका पुराना कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. पुलिस फिलहाल इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है, लेकिन बीजेपी ने इस मामले को नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरने के बाद हत्या का आरोप लगाया है. तुषार ने मांग करते हुए कहा कि इस मामले की जांच ATS से कराई जाए।