सरकार की जमीन वापस पाने के लिए जिला प्रशासन का लगातार अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। जबलपुर का सबसे बड़ा भू-माफिया समदड़िया ग्रुप निकला। शासन को मिली 172 करोड़ की जमीन कब्जा लिया था। प्रशासन को अपनी जमीन वापस लेने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़नी पड़ी। सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिलने के बाद आज प्रशासन ने पुलिस और नगर निगम के सहयोग से अवैध कब्जा हटाते हुए अपनी कब्जे में ले लिया। अतिक्रमण की एक कार्रवाई अनंततारा में भी हुई। जिला प्रशासन ने आज सिविल थाने के सामने की लगभग 8.86 एकड़ बेशकीमती शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यहां अवैध तरीके से समदड़िया ग्रुप द्वारा कब्जा कर लिया गया था। अवैध तरीके से बारात घर का भी संचालन किया जा रहा था। इसके अलावा 20 से अधिक ठेले-टपरे वाले भी यहां जमे हुए थे।
ब्लॉक नंबर 23 एवं प्लाट नंबर 1 व 2 की इस भूमि का बाजार मूल्य 172 करोड़ रुपए है। अपर कलेक्टर नमः शिवाय अरजरिया के मुताबिक ब्रिटिश काल की बर्न कोर्ट की यह भूमि शासन को मिल गई थी। पर समदड़िया ग्रुप इस पर अपना मालिकाना हक जता रहा था। इसे लेकर शासन और समदड़िया ग्रुप में लंबी कानूनी लड़ाई चली। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। वहां से शासन के पक्ष में फैसला दिया गया। इसके बाद इसे शासन अपने कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरू की।
अपर कलेक्टर ने बताया कि इस भूमि पर अवैध रूप से मैरिज हॉल संचालित किया जा रहा था । एक वर्कशॉप भी यहाँ बना ली गई थी । इसके अलावा यहां 20 से अधिक ठेले टपरे भी लगा लिये गये थे । कायज़्वाही में इन सभी को हटाया जा रहा है । अपर कलेक्टर नम: शिवाय अरजरिया के अनुसार सिविल लाइन स्थित इस भूमि पर कमिश्नर कार्यालय तथा प्रशासनिक अधिकारियों के आवासों का निर्माण किया जाना है ।