पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में जुटी ED ने शनिवार को पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी 8 कंपनियों के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है। 7वें दिन के पूछताछ में पार्थ ने घोटाले में खुलासा करते हुए कहा कि नेताओं के कहने पर नौकरियां दीं,ED सूत्रों के मुताबिक शनिवार को अर्पिता और पार्थ को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। अर्पिता के घर 28 जुलाई को छापेमारी के दौरान ED को करीब 28 करोड़ कैश मिले थे,अधिकारी ने कहा, ‘हमने संबंधित अधिकारियों से इन बैंक खातों का ब्योरा मांगा है। खातों को देखने के बाद, हम अपनी अगली कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे।’ ईडी ने कहा कि एजेंसी मुखर्जी से यह जानने के लिए पूछताछ जारी रखेगी कि क्या उनके पास और बैंक खाते हैं,आपको बता दें ईडी ने अब तक अर्पिता के चार फ्लैट पर छापे मारे हैं. ईडी को 23 जुलाई को अर्पिता के एक फ्लैट से 21 करोड़ कैश, 60 लाख की विदेशी करेंसी और ज्वेलरी और कुछ और कुछ जरूरी दस्तावेज मिले थे. इसके बाद ईडी ने बुधवार को अर्पिता के एक और फ्लैट पर छापे मारे थे. इस फ्लैट से करीब 28 करोड़ कैश, 5 करोड़ का गोल्ड बरामद हुए,सूत्रों ने बताया कि चटर्जी के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। मुखर्जी और चटर्जी दोनों से सुबह से पूछताछ चल रही है। चटर्जी, जिन्हें मंत्री और पार्टी पद से हटा दिया गया है और मुखर्जी, जिनके दो फ्लैटों से ईडी ने आभूषण और विदेशी मुद्रा के अलावा 50 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं, 3 अगस्त तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में रहेंगे।