एसएससी घोटाले में आरोपी ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को तत्काल प्रभाव से पद से बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान पार्थ चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से हटाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार ने एक आदेश जारी कर उन्हें हटाने की सूचना दी है। वहीं सीएम ममता बनर्जी ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सख्त कार्रवाई करती है,आपको बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में बंगाल के पूर्व मंत्री की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट पर छापा पड़ा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस बार कोलकाता एयरपोर्ट के पास चिनार पार्क में रेड की है हालांकि, यहां अब तक छापे में क्या-क्या मिला, इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
बुधवार से गुरुवार तक चली 18 घंटे की रेड में ED ने पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दूसरे घर से 27.9 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो गोल्ड जब्त किया था। कैश के बारे में ED के सवाल पर अर्पिता ने बताया कि ये सारे रुपए पार्थ चटर्जी के हैं। उन्होंने कहा, ‘पार्थ इस घर का इस्तेमाल रुपए रखने के लिए करते थे। मुझे अंदाजा नहीं था कि घर में इतना सारा कैश रखा होगा।’
आपको बता दें की पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है। पार्थ की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ममता ने ये एक्शन लिया है। इसके बाद शाम को ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने शाम को अनुशासन समिति की बैठक बुलाई और उन्हें पार्टी संगठन के पदों से भी हटा दिया।। पार्थ के पास पार्टी महासचिव की प्रमुख जिम्मेदारी थी।बंगाल के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी आदेश के अनुसार, पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री के पद से हटाए जाने के साथ-साथ बाकी पदों से भी हटाया गया। इसमें सूचना एवं प्रसारण विभाग, संसदीय मामलों से जुड़े विभाग भी शामिल हैं।