आइए आज बात करते हैं गुजरात के वडोदरा में घटी एक घटना की….
गुजरात में वडोदरा के छानी में करोड़पति परिवार की हिंदू लड़की को ईसाई व्यक्ति सेल्विन पॉल परमार ने पहले प्यार के जाल में फँसाया, फिर उससे शादी कर ली। इसके बाद सेल्विन पॉल परमार ने 23 वर्षीय लड़की को इमोशनली ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह उसे इंटीमेट वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। यही नहीं उसने लड़की को खुद को ब्लेड से काटने के लिए भी मजबूर किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को भी दखल देना पड़ा। घटना की जड़ तक जाएं तो घटना कुछ इस प्रकार की है वडोदरा में छानी नहर के पास एक सोसाइटी में रहने वाले 10वीं पास सेल्विन परमार ने कथित तौर पर इलाके के एक करोड़पति हिंदू परिवार की बेटी को 250 करोड़ रुपए की संपत्ति का मालिक कहकर उसे गुमराह किया। उसने बताया कि उसके पास एक फैक्ट्री, एक रेत का पट्टा, एक पेट्रोल पंप है। 2019 में 2 साल के लंबे प्रेम प्रसंग के बाद ईसाई युवक ने लड़की के साथ कोर्ट मैरिज कर ली। इस बीच उसने लड़की के साथ अपने निजी पलों की तस्वीरें और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जब लड़की के परिवार वालों ने उसका मोबाइल चेक किया तो उसने पाया कि वह इस शख्स से चैट कर रही है। चैट में, उस व्यक्ति ने कथित तौर पर उसे एक मिनट में ब्लेड से खुद के शरीर पर 40 से 45 कट बनाने के लिए कहा था और साथ ही इन तस्वीरों को उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए कहा था।
मेडिकल जाँच में लड़की के शरीर पर 500 से अधिक ब्लेड के घाव पाए गए हैं। लड़की ने इन घावों को छिपाने के लिए हमेशा पूरे शरीर को ढँकने वाले कपड़े ही पहने। एक समय ऐसा भी था जब सेल्विन पॉल परमार की धमकियों से तंग आकर उसने आत्महत्या करने का मन बना लिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद लड़की को सेल्विन के पिता पॉल परमार ने बहला-फुसलाकर अपने ससुराल में रहने के लिए मजबूर किया। कुछ समय बाद सेल्विन, उसकी भाभी श्वेता और पिता पॉल परमार ने लड़की को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। लड़की को उसकी मर्जी के खिलाफ नॉन वेज खाने के लिए भी मजबूर किया गया।
लड़की के परिवार को जब इस बारे में पता चला तो वो लड़की को घर वापस ले आए। घटना की जानकारी होने के बाद लड़की के पिता ने इस संबंध में छानी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने सेल्विन पॉल परमार, श्वेता पॉल परमार और पॉल परमार के खिलाफ मामला दर्ज कर सेल्विन परमार को हिरासत में लिया है।
अपनी बेटी को इस हालत में देख उसके पिता ने अगस्त 2021 में पुलिस की शी टीम से संपर्क किया लेकिन शी टीम के पुलिस अधिकारी नोएल सोलंकी ने उनसे रिश्वत की माँग की। सितंबर 2021 में, लड़की के पिता ने नोएल और सेल्विन के खिलाफ छानी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाया था कि एक ही धर्म (ईसाई) के होने के कारण नोएल ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की थी। इसके बाद लड़की के पिता ने मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में याचिका दायर की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश के बाद मामले की जाँच की गई। इसके बाद शी टीम के दोनों सदस्यों पुलिसकर्मी नोएल सोलंकी और कांस्टेबल संजय कुमार को 22 जून, 2022 को निलंबित कर दिया गया था। उनके खिलाफ सभी आरोप सही साबित हुए थे।
फिलहाल, परिवार ने बेटी को उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका भेज दिया है। वे इस घटना से इतने सदमे में हैं कि अपनी बेटी को भारत वापस नहीं लाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उनकी बेटी अमेरिका में ही अपनी आगे की जिंदगी जिए।
तो देखा आपने कैसे एक छोटा सा गलत निर्णय जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख देता है।