देश के अलग-अलग राज्यों में अग्निपथ के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन तेज हो गए है। इस बीच रक्षा मंत्रालय ने बड़ा ऐलान किया है रक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों को अपने मंत्रालय में होने वाली भर्तियों में 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। रक्षा मंत्रालय के इंडियन कोस्ट गार्ड और डिफेंस सिविलियन पोस्ट के साथ डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग की 16 कंपनियों में भी नियुक्तियों में आरक्षण मिलेगा। आपको बता दे इससे पहले गृह मंत्रालय ने भी सुबह अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10% आरक्षण देने का फैसला लिया है। इन्हें आयु सीमा में भी 3 से 5 साल की राहत देने का ऐलान किया गया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि अग्निवीरों को रिटायरमेंट के बाद सस्ता लोन दिया जाएगा और सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। ये युवा आजीवन अग्निवीर कहलाएंगे। ट्रेनिंग क्वालिटी से समझौता नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि इस इस नई स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनेल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। वही दूसरी तरफ यूपी में तीसरे दिन भी बवाल जारी है। जौनपुर में उपद्रवियों ने दो रोडवेज बसें और कई बाइक जला दी। वहीं, बिहार में फायरिंग की गई। राजस्थान में भी आज युवा बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार की ओर से योजना में किए गए संशोधन के बाद भी हालात नहीं सुधर रहे हैं।
इधर, सुप्रीम कोर्ट में अग्निपथ को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में अग्निपथ योजना की समीक्षा के लिए एक्सपर्ट पैनल के गठन और अग्निपथ को लेकर हुई हिंसा की SIT से जांच कराने की मांग की गई है वही कांग्रेस को भी एक बड़ा मुद्दा मिल गया है और कांग्रेस पार्टी ने भी प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस के नेता रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे, इसमें पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। यह स्कीम देश और युवाओं के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह उनके लिए अधिक अवसर पैदा करेगी। जहां पहले एक व्यक्ति को आर्म्ड फोर्सेस में सेवा करने का अवसर मिलता था, अब यह शायद 4 लोगों को मिलेगा।
कम अवधि की सर्विस के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसके कई फायदे हैं। अग्निवीरों को यह तय करना होगा कि वे आर्म्ड फोर्सेस को करियर के रूप में अपनाना चाहते हैं या कोई दूसरी नौकरी करना चाहते हैं।