यूपी में हिंसा के बीच बुलडोजर की कार्रवाई पर नेताओं की बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है। वही AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी सरकार की इस कार्रवाई पर जमकर नाराजगी जताई है। आपको बता दें प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के घर को रविवार को बुलडोजर से तहस नहस कर दिया है। इस पर ओवैसी ने गुजरात के भुज में एक कार्यक्रम में कहा, “उत्तर प्रदेश के CM इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन चुके हैं कि किसी को भी दोषी करार देंगे और घर तोड़ देंगे? जो घर तोड़ा गया है वह तथाकथित आरोपी की पत्नी के नाम है। सीएम मुसलमानों को सामूहिक सजा दे रहे हैं।” ओवैसी के इस बयान से एक बार तहलका मच गया है वही यूपी की बुलडोजर कार्रवाई पर बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर से घर ढहा रही है। विरोध को कुचलने और भय, आतंक का जो माहौल बनाया जा रहा है, यह सरासर अन्याय है। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले। इतना हे नहीं उन्होंने समस्या की मूल जड़ भाजपा प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को बताया। कहा कि उन्हीं के कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ और हिंसा भड़की। उनके खिलाफ कार्रवाई न करके सरकार कानून के राज का उपहास क्यों कर रही है? मायावती ने ये भी लिखा की की ये बुलडोज़र की इस करवाई में बेगुन्हा परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है ऐसे लेकर मायावती ने सोशल मिडिया पे लिखा, “दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात है। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी है। सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं, बल्कि निर्दोषों के घर भी ढहा दिए जा रहे हैं। बुलडोज़र की ये करवाई पीएम आवास तक को कुछ कर रख दे रही है जो चर्चा का विषय बना हुआ है.