हरिद्वार: समाज में खून के रिश्तों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर अक्सर वाद विवाद की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन हरिद्वार में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें पोता-पोती का सुख ना देने पर वृद्ध माता-पिता ने अपने बेटे और बहू पर कोर्ट में केस कर दिया है. हरिद्वार की तृतीय एसीजे एसडी कोर्ट में दायर किए गए वाद में वादियों ने बेटे के लालन-पालन और उसकी शिक्षा में खर्च हुए करीब 5 करोड़ रुपये वापस मांगे हैं.
बुजुर्ग दंपति के वकील अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संजीव रंजन प्रसाद बीएचईएल में अधिकारी पद पर कार्यरत थे. रिटायरमेंट के बाद वे अपनी पत्नी साधना प्रसाद के साथ एक हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं. दंपति ने अपने इकलौते बेटे श्रेय सागर की शादी साल 2016 में नोएडा की शुभांगी सिन्हा से की थी. श्रेय सागर पायलट है, जबकि उसकी पत्नी शुभांगी भी नोएडा में जॉब करती हैं.
बुजुर्ग दंपत्ति ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि शादी के 6 साल बाद भी उनका बेटा और बहू संतान पैदा नहीं कर रहे हैं, जिससे उन्हें काफी मानसिक वेदना से गुजरना पड़ रहा है. यूं तो माता-पिता अपनी संतान की परवरिश के लिए अपनी पूरी जमा पूंजी लगा देते हैं, लेकिन हरिद्वार के इस दंपति ने अपने बेटे की परवरिश में खर्च हुए करीब 5 करोड़ रुपये बहू और बेटे से वापस दिलाने के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है.
उनका कहना है कि बेटे को इतना काबिल बनाने के बाद भी अगर उन्हें बुढ़ापे के दिनों में अकेले जीवन गुजारना पड़ रहा है तो ये उनके साथ प्रताड़ना के समान है. बुजुर्ग दंपति की प्रार्थना पत्र पर कोर्ट में केस दर्ज कर लिया गया है. मामले की अगली सुनवाई के लिए 17 मई की तारीख तय की गई है.