उमरिया एसडीएम को 3 साल पहले भ्रष्टाचार करते रंगे हाथों पकड़ा गया, लेकिन वे आज एडीएम हैं। ऐसे कई केस हैं, जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात को कमजोर कर रहे हैं। मप्र में लोकायुक्त पुलिस के 318 और ईओडब्ल्यू के 44 केस में आरोपियों के खिलाफ चालान सिर्फ इसलिए पेश नहीं हो रहे, क्योंकि अभियोजन की स्वीकृति नहीं मिल रही है। अकेले लोकायुक्त पुलिस साल 2022 में कुल 358 केस की जांच पूरी कर चुकी है। इनमें 269 ट्रैप, 25 आय से अधिक संपत्ति और 64 पद के दुरुपयोग के प्रकरण ह
मध्यप्रदेष में 360 घूसखोर अफसरों को किया जाना था बर्खास्त कर दी पदोन्नती
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