देश के लिए दुखद खबर है हिनू धर्म के धर्म गुरु शारदा एवं ज्योतिष पीठ के दूवीपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का आज दोपहर 3.३० मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर स्थित झोतेश्वर परमहंसी गंगा आश्रम में अंतिम सांस ली। वह 99 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। हाल ही में 2 सितंबर को उन्होंने अपना 99 वां जन्मदिन मनाया था। शारदा एवं ज्योतिष पीठ के दूवीपीठाधीश्वर के शंकराचार्य थे। शंकराचार्य ने राम मंदिर निर्माण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी,आपको बता दें उन्होंने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में माइनर हार्ट अटैक आने के बाद दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर अंतिम सांस ली। स्वरूपानंद सरस्वती को हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्मगुरु माना जाता था।स्वामी शंकराचार्य लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा था। हाल ही में वे आश्रम लौटे थे। शंकराचार्य के शिष्य ब्रह्म विद्यानंद ने बताया- स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को सोमवार को शाम 5 बजे परमहंसी गंगा आश्रम में समाधि दी जाएगी। स्वामी शंकराचार्य आजादी की लड़ाई में जेल भी गए थे। वहीं उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी।पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन को इंडियन पीपुल्स पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष प पुरुषोत्ताम तिवारी ने हिन्दू धर्म के लिएअपूरणीयक्षति बताया और भावभीनी श्रधंजलि अर्पित की