पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी चार-दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को यहां पहुंचीं। उनका अपने राज्य के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के बकाये सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने पार्टी के सांसदों से यहां मुलाकात की और उनसे संसद के मौजूदा सत्र तथा 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर चर्चा की,सूत्रों ने बताया कि बनर्जी के भतीजे और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी बैठक के दौरान काफी मुखर थे और उन्होंने सुझाव दिया कि संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिनों में सांसदों को कौन से मुद्दे उठाने चाहिएं। दोनों ने स्पष्ट रूप से पार्टी सांसदों से कहा कि वे भाजपा से न ‘डरें’। बनर्जी का शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम हैप्रधानमंत्री सात अगस्त को नीति आयोग की शासी परिषद की एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें कृषि, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. परिषद की यह बैठक नियमित तौर पर होती है. इसकी पहली बैठक आठ फरवरी 2015 को हुई थी. आपको बता दें बनर्जी पिछले वर्ष इस बैठक में शामिल नहीं हुई थीं.बीते दिनों कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तनाव भी देखने को मिली थी।
देश में 6 अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के चलते ममता का यह दौरा खास माना जा रहा है। बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है।ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे से तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का मनोबल बढ़ेगा, साथ ही उन्होंने हर संसद सत्र के दौरान दिल्ली आने का ऐलान भी किया था।
पार्टी के सांसद लगातार भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता में दिखी फूट के बीच भी ममता बनर्जी का यह दौरा बेहद अहम है।