मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले का खुलासा करने वाले जाने वाले डॉ आनंद राय को भोपाल क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के एक होटल से हिरासत में लिया है. डॉ आनंद राय ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है. आनंद राय के खिलाफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय के उपसचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. दरअसल, आनंद राय ने कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (MP-TET) के पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद मरकाम पर कई आरोप लगाए थे.
7 अप्रैल की देर रात आनंद राय ने खुद एक ट्वीट कर हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा,
‘मुझे दिल्ली के होटल काबली से क्राइम ब्रांच भोपाल ने हिरासत में ले लिया है. सभी कार्यकर्ता और शुभचिंतक भोपाल पहुंचे.’
जवाबी ट्वीट पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
‘आश्चर्यजनक, आनंद के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस दिल्ली के होटल से उन्हें बिना किसी वॉरंट के अरेस्ट कर रही है. Kapil Sibal जी का भी फ़ोन आया मुझे. ऐसा प्रॉसेस पूरी तरह से गैर कानूनी प्रतीत होता है. क़ानूनी तौर से दिल्ली पुलिस को अपने अधिकार क्षेत्र में बिना वारंट के अरेस्ट करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.’
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 26 मार्च को सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था. ये मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की तरफ से ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 के प्रश्नों से जुड़ा हुआ था. इस स्क्रीनशॉट के साथ ही दावा किया गया था कि 25 मार्च को हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक हो गया. 26 मार्च को आनंद राय ने फेसबुक पर लिखा था कि वर्ग-3 का पेपर उपसचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम के मोबाइल तक पहुंचा कैसे, इसकी जांच होना चाहिए.
वहीँ इस मामले में लक्ष्मण सिंह मरकाम ने आरोप लगाया कि कोडिंग से एक पोस्ट तैयार कर सोशल मीडिया पर वायरल की गई और उनकी छवि को धूमिल करने के साथ-साथ युवाओं को भ्रमित करने का काम किया गया. मरकाम की शिकायत के आधार पर भोपाल के अजाक थाने में डॉ आनंद राय और कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 469, 470, 500, 504, 120-B के साथ-साथ एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया.