महाराष्ट्र शिवसेना सांसद संजय राउत पर अब ED की नज़र पड़ है, ईडी ने राउत के खिलाफ कई समन जारी किए थे.उन्हें 27 जुलाई को भी तलब किया गया था. राउत को मुंबई के एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास और उनकी पत्नी एवं अन्य ‘सहयोगियों’ की संलिप्तता वाले संबंधित लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था. वहीं, राउत ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है.आपको बता दें महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने के ठीक 31 दिन बाद उनके सबसे खास सिपहसालार संजय राउत को ED ने हिरासत में ले लिया। मामला एक हजार करोड़ के जमीन घोटाले का है,लेकिन जांच एजेंसी जब राउत को लेकर जा रही थी, तब उनके तेवर देखने लायक थे। राउत घर से निकले तो भगवा दुपट्टा लहराते नजर आए। रवाना हुए, तो लग्जरी एसयूवी की छत से विक्ट्री साइन दिखाया। इतना ही नहीं, अपने समर्थकों की नारेबाजी पर मुट्ठी बांधकर दोनों हाथ हवा में लहराते रहे।
हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद राउत ने बाल ठाकरे और उद्धव की तस्वीर के साथ ट्वीट किया। इसमें लिखा- आप उस व्यक्ति को नहीं हरा सकते जो कभी हार नहीं मानता। झुकेंगे नहीं, जय महाराष्ट्र। राउत पर यह कार्रवाई महाराष्ट्र के 1034 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में की गई है। ED दफ्तर पर पुलिस तैनात की गई है। राउत को 27 जुलाई को ED ने तलब किया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए थे,बताया जा रहा है कि संजय राउत को ईडी गिरफ्तार कर सकती है. उन्हें पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर ले जाया जा सकता है. यहां चर्चा कर दें कि संजय राउत 1034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल घोटाले में जांच के दायरे में हैं. उन पर जांच में सहयोग न करने का आरोप जाचं एजेंसी ने लगाया है. रविवार सुबह ईडी की एक टीम मुंबई के भांडुप स्थित घर पहुंची है. आपको बता दें शिवसेना सांसद संजय राउत को 9 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने हिरासत में ले लिया है भांडुप में उनके बंगले मैत्री पर सुबह सात बजे से ED की टीम पहुंची थी। 10 अफसरों ने राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत के कमरों की तलाशी ली। टीम ने उनसे और उनके परिवार वालों से पूछताछ की,कहा गया है कि राउत राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे वही राऊत ने अपनी सफाई में कहा ED की कार्रवाई शुरू होने के बाद संजय राउत ने ट्वीट करके अपनी सफाई दी। राउत ने कहा- मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर यह कह रहा हूं, बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा, यह झूठी कार्रवाई है,झूठा सबूत है। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूगा, मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा।