मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है. यहां फिलहाल नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा. कमलनाथ राज्य छोड़कर केंद्र की राजनीति में नहीं जाएंगे. 2023 का विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी वही होंगे. भोपाल में सोमवार को हुई पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया. इस बैठक में दिग्विजय सिंह सहित प्रदेश के सभी क्षत्रप मौजूद थे. इसी के साथ कमलनाथ के केंद्र में जाने या पीसीसी चीफ का पद छोड़ने की अटकलों पर भी विराम लग गया. बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया कि सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन किए जाएंगे और हर 15 दिन में दिग्गजों की बैठक होगी.