जबलपुर – सन 1993 में भाजपा में शामिल होकर 1999 में पहली बार पार्षद बनने वालीं सुमित्रा बाल्मीक के रूप में जबलपुर को तीसरा सांसद मिलेगा। वे राज्यसभा के लिए भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाईं गईं हैं। वे नगर निगम के पं भवानी प्रसाद तिवारी सदन से उच्च सदन जाने वाली पहली महिला नेता हैं। भाजपा ने उन्हें सामान्य सीट होने के बाद भी नगर निगम अध्यक्ष बनाया था। शहरी राजनीति में विनम्र और सुसंस्कारित महिला के रूप में पहचान रखने वालीं सुमित्र बाल्मीकि तीन बार पार्षद और एक बार मनोनीत पार्षद रहीं हैं।
रांझी निवासी सुमित्रा बाल्मीकी अभी पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। पांच विधानसभा चुनावों में पार्टी की सफलता में महिला वोटरों की बड़ी भूमिका को देखते हुए पार्टी एमपी में भी महिलाओं को साधने की कवायद में जुटी है। सुमित्रा बाल्मीकी ने कहा कि पार्टी ने हर बार उम्मीद से बढ़कर दिया। पार्टी ने एक अदना से कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया है। यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है। हमारी पार्टी आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। मैं पार्टी और अपने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति बहुत आभारी हूं कि पार्टी ने उन्हें इसके लायक समझा। बीजेपी के लिए वर्ग, समाज, जाति कोई मायने नहीं रखता है। सुमित्रा बाल्मीकी के परिवार में दो बेटियां हैं, दोनों में एक प्राइवेट टीचिंग करती है। एक बेटी भोपाल में ब्याही है। बेटा सिटी स्कैनर चलाता है। बहू भी कम्प्यूटर ऑपरेटर है। राज्यसभा सांसद प्रत्याशी बनाए जाने पर पूरा परिवार खुश है।