CBI ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 9 ठिकानों पर छापा मारा है। इस दौरान CBI ने कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया है। उन पर 250 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई को आईएनएक्स मीडिया मामले में लेन-देन की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली। यह सभी लोग पंजाब स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट में काम करने वाले थे। CBI चिदंबरम के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और तमिलनाडु के स्थित ऑफिस और घरों पर कार्रवाई जारी है। सूत्रों के मुताबिक, कार्ति चिदंबरम के खिलाफ कथित विदेशी निवेश को लेकर CBI ने यह कार्रवाई की है।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा ये मामला साल 2007 का है और INX मीडिया कंपनी से जुड़ा है। इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों भी आरोपी हैं। आरोपों के मुताबिक पी. चिदंबरम ने उस वक्त वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर INX मीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) से मंजूरी दिलाई थी। इस प्रक्रिया में जिन कंपनियों को फायदा हुआ, उन्हें चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चलाते हैं। इस मामले में CBI ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। वहीं 2018 में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। एयरसेल-मैक्सिस डील में भी चिदंबरम आरोपी हैं। कार्ति पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इंद्राणी की कंपनी के खिलाफ टैक्स का एक मामला खत्म कराने के लिए अपने पिता के रुतबे का इस्तेमाल किया।