महेंद्र सिंह धोनी को यूं ही दुनिया का सबसे बड़ा फिनिशर नहीं कहा जाता है। जिनको 40 साल के माही की बैटिंग पर थोड़ा भी संदेह था, वह दिल्ली के खिलाफ पूरी तरह दूर हो गया। अपनी पहली ही गेंद पर धमाकेदार छक्का जड़कर धोनी ने साबित कर दिया की आज भी स्लॉग ओवर में गेंदबाज को उनसे बेहतर कोई नहीं पढ़ता है। जरूरी नहीं है कि अगली गेंद को भी हवा में खेला जाए। दूसरी गेंद को माही ने 2 फील्डर के बीच से प्लेस किया और चौका बटोर लिया। अब तक स्टेडियम में मौजूद जनता समझ चुकी थी कि धोनी टीम को 200 रनों का आंकड़ा पार कराने के इरादे के साथ मैदान में उतरे हैं। धोनी-धोनी के शोर से पूरा स्टेडियम गूंज उठा। बड़े स्कोर के दबाव में दिल्ली बिखर गई और 91 रन से मुकाबला गंवा बैठी।
18वें ओवर में बल्लेबाजी करने उतरे धोनी ने छक्के से अपना खाता खोला। उन्होंने मिचेल मार्श की गेंद पर बाहर निकलकर लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का लगाया। इसके बाद अगली गेंद पर कट शॉट खेलकर उन्होंने चौका जड़ा। 19वें ओवर में धोनी ने आखिरी गेंद पर खलील अहमद को छक्का लगाया। अंतिम दो ओवर में उन्हें सिर्फ 4 गेंद खेलने को मिली। उन्होंने 8 गेंद पर 262.5 की स्ट्राइक रेट से 21 रन बनाए।