अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 30 % पूरा हो गया है। मंदिर का पहला तल, गर्भगृह का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। गर्भगृह में श्रीरामलला विराजमान हो जाएंगे और प्राण-प्रतिष्ठा पूजा भी होगी। इसके बाद पहले तल को श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए खोल दिया जाएगा। राम मंदिर के खर्च का हिसाब-किताब टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (TCS) संभालेगी। ट्रस्ट सूत्रों का कहना है कि अब तक करीब 192 करोड़ का खर्च मंदिर निर्माण में हुआ है। मंदिर निर्माण में अब हर महीने करीब 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ट्रस्ट ने खर्च, दानदाताओं की रसीद, मोबाइल संदेश भेजने आदि कामों को TCS को सौंपा है।
चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण के दो चरणों का काम पहले ही पूरा हो चुका है। अब तीसरे चरण का काम चल रहा है। ग्रेनाइट के पत्थरों का ब्लॉक बनाया गया है। ब्लॉक पांच फीट लंबा, ढाई फीट चौड़ा और तीन फीट ऊंचा है। एक ब्लॉक करीब ढाई टन का है। 37.5 घन फिट आकार का एक ब्लॉक है। इसी प्रकार के 17 हजार ब्लॉक मंदिर निर्माण में लगाए जाएंगे।