हिंदू पंचांग के अनुसार, जैन धर्म के 24वें तीर्थकर महावीर स्वामी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को हुआ था। इस साल 14 अप्रैल, गुरुवार को महावीर जयंती मनाई जाएगी। महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसवी पूर्व बिहार के लिच्छिवी वंश के महाराज सिद्धार्थ और महारानी त्रिशला के घर पर हुआ था। महावीर स्वामी के बचपन का नाम वर्धमान था। भगवान महावीर ने पांच सिद्धांत बताए, जो समृद्ध जीवन और आंतरिक शांति की ओर ले जाते हैं। यह सिद्धांत हैं- अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह।
महावीर स्वामी के पांच सिद्धांत-
- जिस प्रकार धागे से बंधी (ससुत्र) सुई खो जाने से सुरक्षित है, उसी प्रकार स्व-अध्ययन (ससुत्र) में लगा व्यक्ति खो नहीं सकता है।
- वो जो सत्य जानने में मदद कर सके, चंचल मन को नियंत्रित कर सके, और आत्मा को शुद्ध कर सके उसे ज्ञान कहते हैं।
- हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है
- सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से दुखी होते हैं , और वे खुद अपनी गलती सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं।
- आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है , न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है।