पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सोमवार को रायसेन किले के शिव मंदिर पहुंचीं। उन्होंने कहा- हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं। ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूसे से भी टूट जाएगा। जब तक ताला नहीं खुलेगा, तब तक के लिए अन्न त्याग कर रही हूं। चार दिन पहले उमा भारती ने रायसेन के शिव मंदिर में जलाभिषेक की घोषणा की थी।
उमा भारती ने कहा आज मंदिर का ताला नहीं खुल सका। मैंने मंदिर का ताला खोलने का आग्रह गुरुवार और शुक्रवार से करना शुरू किया था। शनिवार और रविवार को केंद्रीय विभाग बंद रहते हैं। ऐसे में मैं सोमवार को यहां आई हूं, इसलिए मैंने प्रशासन को साथ लेकर आए गंगा जल को सौंप दिया है। उन्हें कहा है कि जब मंदिर का ताला खुल जाए तो सूचना दीजिएगा, मैं सीएम शिवराज को साथ लेकर आऊंगी और हम दोनों भाई-बहन यहां अभिषेक करेंगे। मुझे बहुत कष्ट हुआ कि मैं भोलेनाथ को जल नहीं चढ़ा सकी। यह कष्ट इतना ज्यादा है कि मेरा सुख-चैन चला गया है। यह न तो राज्य सरकार पर दबाव है और न पुरातत्व विभाग पर, न तो प्रशासन पर, न मुझसे स्नेह रखने वाले मेरे बड़े भाई मुख्यमंत्री जी पर दबाव है। अपने आप को शांति देने के लिए मैंने तय किया है कि जब तक महादेव भगवान पर जल नहीं चढ़ेगा, तब तक मैं अन्न ग्रहण नहीं करूंगी। अपने हाथ से जल अर्पित करने के बाद ही अन्न ग्रहण करूंगी। जब तक जल नहीं चढ़ाऊंगी न रात में नींद आएगी, न भूख लगेगी।