बेटा पास के गांव की लड़की को भगा ले गया तो पिता के हाथ-पांव जंजीर और रस्सियों से बांध दिए गए. दो दिन तक उसकी जमकर पिटाई की गई. इस दौरान पीड़ित की पत्नी लाचार और बेबस होकर गिड़गिड़ाती रही. आरोपियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. फिर महिला ने जंजीरों से जकड़े पति को अपने हाथ से भोजन कराया.मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में तालिबानी सजा देने का एक खौफनाक मामला सामने आया है. प्रेम प्रसंग में पड़ी बेटी के भाग से नाराज परिजनों ने लड़के के पिता को जमकर प्रताड़ित किया. बुजुर्ग को जंजीरों से जकड़कर पेड़ से बांधा और उसको जमकर पीटा. आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद जब पीड़ित घर पहुंचा तो उसने लगाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने इस पूरे मामले में 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. चंदला थाना इलाके की बछौन पुलिस चौकी के पंचमपुर गांव का यह पूरा मामला है. दरअसल, गांव के ऊधा अहिरवार का बेटा शंकर अहिरवार राजस्थान में मजदूरी करता है. वहीं पर छतरपुर जिले के ही पीरा गांव निवासी झंडू अहिरवार की बेटी-दामाद भी मजदूरी करते हैं. झंडू की नातिन से शंकर को प्रेम हो गया. एक माह पहले शंकर किशोरी को भगा ले गया. खबर सुनकर झंडू आग बबूला हो गया और उसने शंकर के पिता ऊधा अहिरवार को उठवा लिया. लड़की के नाना झंडू अहिरवार ने लड़केवालों पर दबाव बनाने के लिए कानून अपने हाथ में ले लिया. उसने बुजुर्ग ऊधा को अपने मकान के सामने लोहे की जंजीरों से जकड़कर एक पेड़ से बांध दिया और फिर जमकर मारपीट की. दो दिन तक ऊधा को बांधकर रखा. वहीं, पेड़ से बंधे पति को देख उसकी पत्नी गिड़गिड़ाती रही, छोड़ने की मिन्नतें करती रही, मगर किसी ने रहम नहीं किया. फोटोज में जंजीरों से बंधे पति को बेबस पत्नी अपने हाथों से खाना खिलाती नजर आई
बेटे की खता – पिता को सजा
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