केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि 2019 से 2021 तक कुल 1.12 लाख दिहाड़ी मजदूरों ने आत्महत्या की। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान 66,912 गृहिणी, 53,661 स्व-नियोजित व्यक्ति, 43,420 वेतनभोगी और 43,385 बेरोजगारों ने भी आत्महत्या की। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान कहा कि 35,950 छात्र और 31,839 खेती से जुड़े किसान और खेतिहर मजदूरों ने भी इस अवधि में खुदकुशी की है।