अगर आप हेयर ट्रांसप्लांट कराने की सोच रहे हैं, तो अलर्ट हो जाएं। भोपाल में हेयर ट्रांसप्लांट करने वालों में 90% से ज्यादा डॉक्टर वे हैं जिनको इसका नॉलेज नहीं है। कहीं डेंटिस्ट, तो कहीं आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक डॉक्टर खुद को स्पेशलिस्ट बताकर गंजेपन का इलाज कर रहे हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की गाइडलाइन के मुताबिक प्लास्टिक सर्जन या फिर स्किन स्पेशलिस्ट ही हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी का नतीजा है कि शहर में बिना स्पेशलिस्ट डॉक्टर के करीब 25 हेयर और स्किन क्लीनिक चल रहे हैं। क्लीनिक चलाने वालों ने स्वीकारा कि वे खुद हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं। हलालपुर स्टैंड के पास HT कॉस्मेटिक एंड ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां 300 रुपए लेकर हमारा पर्चा बनाया। यहां डॉ. पेसवानी ने बाल झड़ना रोकने का दावा किया और दवा लिख दी। पर्चे पर सिर्फ डॉ. पेसवानी लिखा था। पूछने पर नाम डॉ. पंकज पेसवानी बताया। पहले खुद को MD (चिकित्सा में डॉक्टरेट की डिग्री) बताया, बार-बार पूछा तो कबूला कि BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन सर्जरी) के साथ पंचकर्म में MD किया है, पर बालों के बारे में अच्छी नॉलेज है। लाल घाटी स्थित स्किन मैजिक क्लीनिक पर डॉ. फरहान खान मिले। बाल झड़ने और सफेद होने की समस्या बताने पर बोले- पीआरपी और जीएफसी में से एक प्रोसिजर (ब्लड निकालकर प्लाज्मा अलग करेंगे और उसे सिर की स्किन में इंजेक्ट किया जाएगा) होगी। डॉ. फरहान ने खुद को MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) और PG (मेडिकल फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएट) बताया। असल में वे BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) हैं और मुंबई से 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स किया है।
डेंटिस्ट ने कि गंजेपन का इलाज – इंफेक्शन से मरीज का बुरा हाल
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