दिल्ली में इस बार भी दिवाली बिना पटाखों वाली रहेगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी तक सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध पटाखों की ऑनलाइन बिक्री पर भी लागू है,उन्होंने ट्विटर पर कहा कि दिल्ली में लोगों को प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए पिछले साल की तरह ही इस बार भी सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जा रहा है, ताकि लोगों की जिंदगी बचाई जा सके,आपको बता दें दिल्ली में लोगों को प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए पिछले साल की तरह ही इस बार भी सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जा रहा है, तांकि लोगों की जिंदगी बचाई जा सके.
दुनियाभर में होने वाली कुल मौतों में प्रदूषण चौथी सबसे बड़ी वजह है। 2019 में प्रदूषण की वजह से 66.7 लाख लोगों की मौत हुई है। 2018 में प्रदूषण मौत की 5वीं सबसे बड़ी वजह था। वायु प्रदूषण की वजह से लो और मिडिल इनकम देशों में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं।
इसके अलावा पटाखों में अलग-अलग रंग की रोशनी के लिए अलग-अलग कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से ज्यादातर कैमिकल पर्यावरण के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी नुकसानदायक होते हैं,बता दें कि पिछले साल दिल्ली सरकार ने 28 सितंबर से एक जनवरी 2022 तक दिल्ली में पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। पटाखों को जलाने के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए शहर सरकार ने ‘पटाखे नहीं दिए जलाओ’ अभियान भी शुरू किया था। वहीं, पटाखे जलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।